परिचय
आजकल की तेज़ रफ्तार जिंदगी में हार्ट अटैक (Heart Attack) एक आम लेकिन गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन गई है। यह समस्या न केवल बुजुर्गों में बल्कि युवाओं में भी तेजी से बढ़ रही है। सही जानकारी और समय पर उपचार से इस जानलेवा बीमारी से बचा जा सकता है। इस लेख में हम समझेंगे कि हार्ट अटैक क्या होता है, इसके कारण, लक्षण और बचाव के उपाय।
हार्ट अटैक क्या होता है?
हार्ट अटैक को चिकित्सा भाषा में मायोकार्डियल इन्फ़ार्क्शन (Myocardial Infarction) कहा जाता है। यह तब होता है जब दिल की मांसपेशियों (heart muscles) तक ऑक्सीजन युक्त रक्त का प्रवाह अचानक रुक जाता है। ऐसा तब होता है जब कोरोनरी धमनियों (coronary arteries) में किसी कारणवश ब्लॉकेज हो जाती है।
जब दिल को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती, तो हृदय की कोशिकाएं मरने लगती हैं और व्यक्ति को सीने में तेज़ दर्द या बेचैनी महसूस होती है, जिसे हम हार्ट अटैक कहते हैं।
हार्ट अटैक क्यों आता है?
हार्ट अटैक आने के कई प्रमुख कारण होते हैं, जिनमें से कुछ नीचे दिए गए हैं:
- धमनी में ब्लॉकेज (Artery Blockage):
अधिक कोलेस्ट्रॉल जमा होने से रक्त नलिकाएं संकरी हो जाती हैं, जिससे रक्त प्रवाह बाधित होता है। - हाई ब्लड प्रेशर (High BP):
उच्च रक्तचाप दिल पर अतिरिक्त दबाव डालता है और धमनियों को नुकसान पहुंचाता है। - डायबिटीज (Diabetes):
शुगर लेवल अधिक होने से रक्त वाहिकाएं प्रभावित होती हैं और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है। - धूम्रपान और शराब:
तंबाकू और शराब का सेवन हृदय की सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचाता है। - तनाव और चिंता:
मानसिक तनाव हार्मोनल असंतुलन पैदा करता है, जिससे दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है। - अनियमित जीवनशैली और मोटापा:
एक्सरसाइज न करना और असंतुलित खान-पान से दिल की बीमारियां बढ़ती हैं।
हार्ट अटैक के लक्षण (Symptoms of Heart Attack)
हार्ट अटैक के समय व्यक्ति को निम्नलिखित लक्षण महसूस हो सकते हैं:
- सीने में तेज दर्द या दबाव
- बाएं हाथ, जबड़े या पीठ में दर्द
- सांस लेने में तकलीफ
- अत्यधिक पसीना आना
- मतली या चक्कर आना
- बेचैनी और घबराहट
महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण कुछ अलग हो सकते हैं जैसे – थकान, अपच और चिंता।
बचाव के उपाय (Prevention Tips)
- स्वस्थ आहार लें:
हरी सब्ज़ियां, फल, ओट्स और लो-फैट डाइट को प्राथमिकता दें। - नियमित व्यायाम करें:
रोज़ाना कम से कम 30 मिनट वॉक या योग करें। - धूम्रपान और शराब से दूर रहें।
- ब्लड प्रेशर और शुगर पर नियंत्रण रखें।
- तनाव कम करें:
मेडिटेशन और गहरी साँसों से तनाव को घटाएं। - नियमित चेकअप:
हर 6 महीने में हार्ट और ब्लड रिपोर्ट की जांच करवाएं।
निष्कर्ष
हार्ट अटैक एक गंभीर समस्या है, लेकिन सही जानकारी और सतर्कता से इससे बचा जा सकता है। अगर आपको या किसी को भी हार्ट अटैक के लक्षण महसूस हों तो तुरंत डॉक्टर की सहायता लें। “दिल है तो जिंदगी है” – इस बात को समझते हुए दिल की सेहत का ख्याल रखें।